12 Feb 2024

गंधेश्वर् महादेव का मन्दिर





सिरपुर का एक अन्य मन्दिर गंधेश्वर् महादेव का है। जो महानदी के तट पर स्थित है इसके दो स्तंभों पर अभिलेख उतकृ है। कहा जाता है की जिमनाजी भोंसले ने इस मंंदिर का जिरणोंद्धर् करवाया था एवम इसकी व्यवस्था के लिए जागीर से नियत कर दी थी यह मन्दिर वास्तव में सिरपुर के अवशेषों की समाग्री से ही बना प्रतीत होता है । सिरपुर से बौद्ध कालीन अनेक मूर्तियाँ भी मिली है जिनमें तारा की मूर्ति सर्वाधिक सुंदर है। सिरपुर का तिवर्देव के राजिम ताम्रपत्त् लेख में उल्लेख है। 14 वी शती के प्रारंभ मे यह नगर वारंगल के काकतीय नरेशों के राज्य की सीमा पर स्थित था। 310 ई. अलाउद्दीन खिलजी के सेनापति मालिक काफूर ने वारंगल की ओर कुच करते समय सिरपुर पर भी धावा किया था जिसका वृतान्त् अमीर खुसरो ने लिखा है। सिरपुर को उसे समय सिरपुर भी कहा जाता था।

लेखक: अरूण कुमार शर्मा